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Mon Sep 8, 2025
ईयरफोन और वायरलेस स्पीकर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स बनाने वाली देश की प्रमुख ब्रांड boAt जल्द ही शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है। कंपनी की पैरेंट कंपनी इमैजिन मार्केटिंग को शेयर मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) से अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है। सेबी ने यह जानकारी मंगलवार, 2 सितंबर को जारी दस्तावेज़ में दी।
रिपोर्टों के मुताबिक, boAt अपने IPO को लगभग 13,000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर लॉन्च करने की योजना बना रही है। विश्लेषकों का मानना है कि यह IPO भारतीय उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में सबसे बड़ी लिस्टिंग में से एक हो सकती है और निवेशकों से इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद है।
boAt ने अप्रैल 2025 में गोपनीय रूप से सेबी के पास अपने IPO का आवेदन जमा कराया था। अब मंजूरी मिलने के बाद कंपनी के बाजार में लिस्टिंग की तैयारी तेज हो गई है।
बोट का यह शेयर बाजार में उतरने का दूसरा प्रयास है। इससे पहले जनवरी 2022 में कंपनी ने 2,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था। उस समय की योजना के अनुसार, 900 करोड़ रुपये के नए शेयर (Fresh Issue) और 1,100 करोड़ रुपये की ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल थे। लेकिन प्रतिकूल बाजार परिस्थितियों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते कंपनी को उस योजना को स्थगित करना पड़ा।
बोट का यह आईपीओ करीब 2,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। कंपनी की वैल्यूएशन लगभग 13,000 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। हालांकि, इस बार के आईपीओ में कितने नए शेयर जारी होंगे और कितनी ऑफर फॉर सेल (OFS) होगी, इसका ब्योरा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
कंपनी के शेयर देश के दोनों प्रमुख शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे। वहीं, आईपीओ की लॉन्च डेट, प्राइस बैंड और अन्य जरूरी जानकारियां आगे आने वाले समय में घोषित की जाएंगी।
बोट (boAt) ने कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग का रास्ता अपनाया है। इस व्यवस्था में कंपनियों को ज्यादा लचीलापन मिलता है। जहां सामान्य प्रक्रिया में सेबी की मंजूरी के बाद 12 महीने में आईपीओ लाना जरूरी होता है, वहीं इस विकल्प से कंपनियों को 18 महीने का समय मिलता है। साथ ही, वे अपने नए शेयरों की संख्या को 50% तक घटा-बढ़ा सकती हैं, जब तक कि अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) दाखिल न हो।
boAt एक भारत-आधारित इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड है जिसकी शुरुआत नवंबर 2013 में हुई थी। कंपनी का कानूनी नाम Imagine Marketing Services Private Limited है, लेकिन बाजार में यह "boAt" ब्रांड नाम से पहचानी जाती है।
कंपनी अपने उत्पादों को पब्लिक इवेंट्स, इन्फ्लुएंसर कोलैबोरेशन्स और स्पोर्ट्स टीम पार्टनरशिप्स के ज़रिए भी प्रमोट करती है।
इस आईपीओ से जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगी:
IPO (Initial Public Offering) वह प्रक्रिया है, जब कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार अपनी हिस्सेदारी (शेयर) आम जनता को बेचती है और एक पब्लिकली ट्रेडेड कंपनी बन जाती है। IPO से कंपनी को बड़ा पूंजी निवेश (कैपिटल) मिलता है, जिसका इस्तेमाल वह बिज़नेस विस्तार, कर्ज चुकाने या नए प्रोजेक्ट्स पर कर सकती है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) को प्रारंभ में गैर-कानूनी (non-statutory) निकाय के रूप में 12 अप्रैल 1988 को भारत सरकार के संकल्प द्वारा स्थापित किया गया था। बाद में इसे कानूनी (statutory) निकाय के रूप में 1992 में स्थापित किया गया। Securities and Exchange Board of India Act, 1992 (15 of 1992) के प्रावधान 30 जनवरी 1992 से लागू हुए।